
उत्तराखंड में इन दिनों केदारनाथ धाम में सोना चोरी के मामले को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी का दौर लगातार जारी है। एक और जहां विपक्ष के नेता 228 किलो सोना चोरी का आरोप लगा रहे हैं तो वहीं सत्ता पक्ष की ओर से इसको लेकर सफाई भी दी जा रही है। प्रदेश के पर्यटन एवं धर्मस्य मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि जब दानदाता ने 23 किलो सोना दान किया है तो 228 किलो सोना चोरी का मामला कैसे बनता है। उन्होंने कहा कि 23 किलो सोने का हमारे पास पर्ची है। उन्होंने यह भी कहा कि मामले की जानकारी होने के बाद मैने मंडलायुक्त गढ़वाल मंडल से इसकी जांच करवाई है। जांच रिपोर्ट शासन के पास है और जैसे ही यह हमारे पास आएगी हम इसे सार्वजनिक कर देंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है और इसलिए वह इस तरह की बात कर रहे हैं।
वही सोना चोरी पर कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसोनी ने कहा कि जिस समय मंदिर में सोना दान किया गया था उस समय बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का बयान आया था की 228 किलो सोना मंदिर के गर्व गृह में लगाया जा रहा है जिससे पूरा केदारनाथ होगा स्वर्ण मय लेकिन अब सतपाल महाराज कह रहे हैं कि 23 किलो सोना मंदिर में चढ़ाया गया है आखिर यह अनर्गल बयान बाजी सतपाल महाराज क्यों कर रहे हैं दूसरी बात कि भाजपा के ही लोग अलग-अलग बयान बाजी इस मुद्दे पर कर रहे हैं आगे गरिमा म्हारा ने कहा कि सतपाल महाराज का यह बयान थूक के चाटने वाला बयान है